


एनडी न्यूज नेटवर्क। आषाढ़ शुक्ल एकादशी रविवार को देवशयनी एकादशी है। मान्यता है कि इस दिन प्रभु शिव को सृष्टि की जिम्मेदारी सौंप कर जगत के पालनहार श्री हरि विष्णु चार माह के लिए योग निंद्रा में चले जाएंगे। इसी के साथ सावों पर रोक लग जाएगी। यानी विवाह, गृह प्रवेश सहित शुभ कार्य वर्जित हो जाएंगे। 118 दिन बाद 2 नवंबर को देवउठनी एकादशी पर श्री हरि विष्णु पुन: योग निंद्रा से जागेंगे। उसी दिन से मांगलिक कार्य शुरू हो सकेंगे। इससे पूर्व शुक्रवार को भड़ल्या नवमी के अबूझ सावे पर जिले में 4500 विवाह हुए।

साल के अंतिम 2 माह में 12 सावे
साल के अंतिम दो माह नवंबर और दिसंबर में 12 सावे रहेंगे।
नवंबर में 8 मुहूर्त
2, 22, 23, 24, 25, 27, 29 और 30 विवाह के लिए शुभ मुहूर्त हैं।
दिसंबर में 4 सावे
4, 5, 6, और 11 को सावा रहेगा।
