


एनडी न्यूज नेटवर्क। बारिश के मौसम में पसीने और नमी की वजह से कुछ लोगों को थाई रैशेज (inner thigh rashes) की समस्या हो जाती है। यह एक आम स्किन प्रॉब्लम है, जो तब होती है, जब जांघों की स्किन आपस में रगड़ती है या फिर टाइट और सिंथेटिक कपड़ों के कारण हवा थाई स्किन तक नहीं पहुंच पाती है। इससे स्किन पर रेडनेश, जलन, पानी रिसाव या घाव जैसी स्थिति बन सकती है।

यह समस्या खासतौर पर उन लोगों में ज्यादा देखने को मिलती है, जिनकी जांघें भारी होती हैं या जो लंबे समय तक गर्मी और पसीने में रहते हैं। हालांकि कुछ आसान सावधानियों को अपनाकर इस समस्या से काफी हद तक बचा जा सकता है।
थाई रैशेज के क्या कारण हैं?
ये समस्या तब होती है, जब जांघों की स्किन आपस में रगड़ती है या लंबे समय तक पसीने और गंदगी के संपर्क में रहती है।थाई रेशैज होने के मुख्य कारण पसीना, ज्यादा वजन, जांघों की मोटाई, ज्यादा देर तक पैदल चलना, या साइकिल चलाना या ज्यादा टाईट कपडे पहनना है।
थाई रैशेज में किस तरह की समस्याएं होती हैं?
इसमें जांघों की स्किन पर रगड़ के कारण वहां पर रेडनेश आ जाती है, जो देखने में साफ नजर आती है। चलते समय या कपड़ा छूने पर जलन महसूस होती है, साथ ही खुजली की शिकायत भी होती है। रैश वाली जगह पर पसीना जमने से स्किन लगातार गीली बनी रहती है, जिससे घाव बनने का खतरा बढ़ता है।
इसके अलावा ज्यादा रगड़ या देर तक नमी रहने से स्किन छिल जाती है और कुछ मामलों में हल्के घाव या फुंसी जैसी समस्या भी हो सकती है। रैश ज्यादा हो जाए तो चलने-फिरने में दर्द और रगड़ महसूस होती है, जिससे सामान्य एक्टिविटीज भी प्रभावित होती हैं। अगर समय पर स्किन की देखभाल न की जाए तो समस्या और बढ़ जाती है।
क्या थाई रैशेज कम करने के कोई घरेलू उपाय भी हैं?
हां, थाई रैशेज को कम करने व इससे जल्द राहत पाने के लिए कुछ घरेलू उपाय किए जा सकते हैं। ये उपाय स्किन को ठंडक पहुंचाते हैं, सूजन और जलन कम करते हैं। जैसेकि-
एलोवेरा जेल
ताजा एलोवेरा जेल लगाने से स्किन को ठंडक मिलती है और जलन व रेडनेश से राहत मिलती है। यह स्किन को तेजी से ठीक करने में भी मदद करता है।
नारियल तेल
नारियल तेल में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं। यह स्किन को मॉइश्चराइज करता है और इन्फेक्शन से बचाता है।
बर्फ की सिकाई
साफ कपड़े में बर्फ लपेटकर हल्के-हल्के रैश वाली जगह पर लगाने से सूजन और खुजली में आराम मिलता है।
पेट्रोलियम जेली और ठंडा पाउडर
अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी थाई रैशेज में पेट्रोलियम जेली का लगाने की सलाह देता है। इसके अलावा रैशेज वाली जगह पर मेन्थॉल युक्त ठंडा पाउडर भी लगा सकते हैं। इससे अंदरूनी जांघें सूखी रहती हैं और खुजली शांत होती है। ध्यान रखें कि अगर रैशेज 2–3 दिन में ठीक न हों या घाव बनने लगे तो घरेलू उपाय छोड़कर डॉक्टर से सलाह लें।
